Saturday, January 9, 2016

वास्तु के अनुसार रात को कुछ विशेष कार्यों को निषेध किया गया है।

Image result for perfume

सोलह शृंगारों में से एक सुगंधित पदार्थ लगाना भी माना जाता है। कई लोगों को रात के समय इत्र या अन्य कोई सुगंधित पदार्थ लगाने का शौक होता है। शास्त्रों में कहा गया है कि रात्रि को सुगंधित पदार्थ, इत्र आदि नहीं लगाने चाहिए। इससे मनुष्य पर नकारात्मक प्रभाव होता है। उसके आसपास सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह कमजोर होता है। अतः रात्रि को सुगंधित पदार्थ नहीं लगाने चाहिए।


Image result for open hair
केश भी मनुष्य की शोभा बढ़ाते हैं। महिलाओं के लिए केशों के संबंध में विभिन्न धर्म के ग्रंथों में अनेक उपयोगी बातें कही गई हैं। रात्रि को खुले केश रखने का शास्त्रों में निषेध किया गया है। माना जाता है कि इसका जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव होता है। खुले केश नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं। ये भाग्योदय में बाधक होते हैं।
प्रायः श्मशान का दृश्य बहुत भयानक होता है। वहां का वातावरण साधारण जन के लिए शुभ व प्रसन्नता-दायक नहीं माना जाता। श्मशान के पास भी नकारात्मक ऊर्जा का आधिक्य होता है। वहां मृत शरीर जलने से विभिन्न गैसें उत्पन्न होती हैं जो श्वास के लिए हानिकारक होती हैं। रात्रि को ऐसे स्थान सुनसान भी होते हैं। अतः रात्रि को श्मशान आदि के पास नहीं जाना चाहिए।
Image result for open place

दिन ढलने के बाद व्यक्ति को अपने घर में ही रहना चाहिए। अगर किसी कार्यवश बाहर जाना हो तो परिवार के सदस्य आदि को साथ लेकर जाना चाहिए। शास्त्रों में स्त्री व पुरुष दोनों के लिए कहा गया है कि वे एकांत में किसी से मिलने न जाएं।  इसका अशुभ परिणाम मिलता है। साथ ही कोई अनिष्ट भी घटित हो सकता है।

Image result for alone crossing pic
धार्मिक मान्यताओं में चौराहे को नकारात्मक ऊर्जा का स्थान माना गया है। अक्सर परिवार के बुजुर्ग चौराहे के बीच से न आने की सलाह देते हैं। चौराहे पर चारों दिशाओं की संधि होती है। रात्रि काल में तांत्रिक प्रवृत्ति के लोग इनका उपयोग भी करते हैं। अतः महिलाओं सहित हर मनुष्य को यह निर्देश दिया है कि वे रात को चौराहे पर न जाएं।

Image result for vastu picture for factory
                                                                                        
(गर्व से कहो हम हैं इंडियन)

No comments:

Post a Comment