या बु
वास्तु के अनुसार जब दंपत्ति बेड पर दो अलग-अलग गद्दे का प्रयोग करते हैं तो उनके बीच मतभेद बढ़ने की संभावना अधिक रहती है।
पति-पत्नी के रिश्ते में मजबूती और प्रेम बनाए रखने के लिए कभी भी बेड को बीम के नीचे नहीं लगाना चाहिए। बीम अलगाव का प्रतीक होता है जो रिश्तों में दूरियां बढ़ाता है। जो व्यक्ति बीम के नीचे से बेड नहीं हटा सकते उन्हें बीम नीचे बांसुरी या विंड चाईम लटका देना चाहिए। इससे वास्तु दोष दूर हो जाता है।
वास्तु में बताया गया है कि नवविवाहित दंपत्ति को संतान प्राप्ति तक वायव्य यानी उत्तर पश्चिम या उत्तर दिशा के मध्य के शयन कक्ष में सोना चाहिए। इससे प्रेम बढ़ता है और जल्दी संतान प्राप्ति की इच्छा पूरी होती है।
पति-पत्नी के कमरे में ड्रेसिंग टेबल नहीं होना चाहिए। अगर ड्रेसिंग टेबल रखना ही पड़े तो इस प्रकार रखें कि सोते उठते इस पर नजर नहीं जाए।
दांपत्य जीवन में प्रेम और विश्वास बनाए रखने के लिए तकिए का खोल और बिछावन की चादर दो तीन दिनों पर बदलते रहना चाहिए।
(गर्व से कहो हम हैं इंडियन)
वास्तु के अनुसार जब दंपत्ति बेड पर दो अलग-अलग गद्दे का प्रयोग करते हैं तो उनके बीच मतभेद बढ़ने की संभावना अधिक रहती है।
पति-पत्नी के रिश्ते में मजबूती और प्रेम बनाए रखने के लिए कभी भी बेड को बीम के नीचे नहीं लगाना चाहिए। बीम अलगाव का प्रतीक होता है जो रिश्तों में दूरियां बढ़ाता है। जो व्यक्ति बीम के नीचे से बेड नहीं हटा सकते उन्हें बीम नीचे बांसुरी या विंड चाईम लटका देना चाहिए। इससे वास्तु दोष दूर हो जाता है।
वास्तु में बताया गया है कि नवविवाहित दंपत्ति को संतान प्राप्ति तक वायव्य यानी उत्तर पश्चिम या उत्तर दिशा के मध्य के शयन कक्ष में सोना चाहिए। इससे प्रेम बढ़ता है और जल्दी संतान प्राप्ति की इच्छा पूरी होती है।
पति-पत्नी के कमरे में ड्रेसिंग टेबल नहीं होना चाहिए। अगर ड्रेसिंग टेबल रखना ही पड़े तो इस प्रकार रखें कि सोते उठते इस पर नजर नहीं जाए।
दांपत्य जीवन में प्रेम और विश्वास बनाए रखने के लिए तकिए का खोल और बिछावन की चादर दो तीन दिनों पर बदलते रहना चाहिए।
(गर्व से कहो हम हैं इंडियन)
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