अपने घर में तुलसी के पौधे को जरूर लगाएं। जो स्त्री अपने गृह में नित्य तुलसी के पौधे की पूजा करती है, वह सौभाग्यशाली होती है।
घर में जो लोग स्वर्गवासी हो चुके हैं, उनकी तस्वीरें सदा दक्षिण दिशा में ही लगाएं।
जलीय पौधे जैसे मनीप्लांट आदि को ईशान, उत्तर या पूर्व दिशा में लगाएं। इससे आर्थिक पक्ष ज्यादा मजबूत होगा।
भंडारगृह में कभी कोई बर्तन खाली न रखें। इसमें आप आटा, दाल, चावल या कुछ और रख सकते हैं। इससे आपके घर में अन्न की कमी नहीं होती।
शयनकक्ष में कभी भी झूठे बर्तन न रखें, क्योंकि इसके प्रभाव से घर की किसी स्त्री का स्वास्थ्य सदा खराब रहता है और परिवार में क्लेश भी बना रहता है।
दक्षिण दिशा के द्वार के दोष से मुक्त होने के लिए मुख्य द्वार पर गमले में आम का पौधा रखें या द्वार की चौखट पर घोड़े की नाल या पंच धातु से निर्मित पिरामिड लगाना चाहिए।
शयनकक्ष में पलंग दीवार से मिला हुआ नहीं होना चाहिए। इससे दांपत्य जीवन में कठिनाई आती है।
यदि मकान का मुख्य द्वार दक्षिण दिश में है तो द्वार की चौखट के नीचे चांदी का लंबे आकार का पत्तर दबा दें।
कोई भवन यदि सड़क के तेज घुमाव पर स्थित है। इस अशुभता से बचने के लिए सामने वृक्षों की कतार लगा देनी चाहिए।
(गर्व से कहो हम हैं इंडियन)