वास्तु के अनुसार घर के कोने और सेंटर यानी बीच वाले खुले भाग पर पृथ्वी तत्व का वास रहता है । पृथ्वी तत्व का संतुलन होने से जिम्मेदारियां बोझ की तरह नहीं लगती है। घर में रहने वाले सभी सदस्य एक सुख-चैन की सामान्य जिंदगी बसर करते हैं। आइए जानते हैं सेंटर में बदलाव, जिंदगी के बोझ कैसे घटा सकता है।
1.घर के सेंटर को खुला रखें।
2.घर के सेंटर में किसी भी प्रकार का निर्माण न करें।
3.सुरक्षा के लिए यहां लोहे की जाली लगाई जा सकती है।
4.सेंटर की जमीन पर भी तुलसी का पौधा या कोई अन्य पेड़-पौधे न लगाएं।
5.यदि घर बना चुके हों और ऐसा कर पाना फिलहाल संभव न हो तो वास्तु दोष नाशक यंत्र को लाकर घर में पूजा के स्थान पर रखें। हर रोज यंत्र का पूजन करें।
संतुलन से होने वाले फायदे
वास्तु के अनुसार घर का सेंटर खुला होना शादी, नौकरी, विवाह संबंधो में स्थिरता प्रदान करता है। घर से जुड़े बुनियादी मुद्दों पर शुभ प्रभाव डालता है।
घर के सेंटर के असंतुलन से हो सकते हैं ये नुकसान
रिश्तेदारों से संबंध खराब होने लगते है। वजह कुछ भी हो, लेकिन नाते-रिश्तेदारों में उठना-बैठना कम करवा देता है। स्थितियां कुछ ऐसी बनने लगती हैं कि वैवाहिक जीवन की खुशियां कम होने लगती हैं। शादी टूटने के आसार भी नजर आने लगते हैं। बच्चे भी अपने करियर में खास प्रगति नहीं कर पाते। करियर में उतार-चढ़ाव बना रहता है।
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