घर में खराब घड़ी, टूटी हुई तस्वीर, टूटे फर्नीचर, टूटे-फूटे बर्तन या घर की छत पर व्यर्थ का सामान पड़ा हो तो उसे वहां से हटा दें।
यदि घर के दरवाजे व खिड़कियां टूटे या खुलने व बंद होने पर आवाज करते हैं तो तुरंत ठीक करवा लेना चाहिए। इनसे घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है।
यदि रसोई के गेट के ठीक सामने बाथरूम का गेट हो तो इस दोष से बचने के लिए बाथरूम तथा रसोई के बीच में एक किसी प्रकार का पार्टीशन खड़ा कर सकते हैं ताकि रसोई से बाथरूम दिखाई न दे।
आग्नेय कोण में रसोई न होने पर गैस चूल्हे को रसोई के आग्नेय कोण में रखकर दोष का निवारण कर सकते हैं। यह भी नहीं कर सकते तो आग्नेय कोण में एक जीरो वाट का बल्ब जलाकर भी इस दोष से बचा जा सकता है।
घर के बारह आंगन में हरे-भरे पेड़-पौधे लगाएं, इनसे घर में पॉजिटिव एनर्जी फैलती है। घर में सजाएं गए फूलों को रोज बदलें, सूखे या बासी फूल भी वास्तुदोष का कारण बन सकते हैं।
यदि ईशान कोण में बोरिंग या अण्डर ग्राउंड टैंक आदि न हों तो ईशानकोण में एक जल स्त्रोत लगवा कर दोष का निवारण कर सकते हैं।
यदि भूखण्ड चौकोर नहीं हो तो यह अवश्य देख लें कि लंबाई, चौड़ाई की दोगुनी से अधिक न हो। यदि लंबाई, चौड़ाई से दोगुनी हो तो अतिरिक्त भू-भाग पर एक कमरे का अलग से निर्माण करवाया जा सकता है।
वास्तु दोष को कम करने के लिए और मानसिक तनाव से बचने के लिए घर में चंदन से बनी अगरबत्ती जलाएं। इससे तनाव कम होता है और शांति भी मिलती है।
(गर्व से कहो हम हैं इंडियन)