अग्नि कोण (दक्षिण-पूर्व) में बना किचन लाभकारी माना जाता है।
यदि आपकी रसोई इस दिशा में नहीं है, तो मिट्टी के खाली बर्तन में एक छोटी क्रिस्टल बॉल डालकर रसाईघर में रखें। इससे पूरा परिवार स्वस्थ रहेगा।
रसोई के गेट की चौखट पर एक क्रिस्टल बॉल टांग दें।
रसोई में रखे गंदे बर्तन, डिब्बे आदि घर में नेगेटिव एनर्जी फैलाने के कारण बन सकते हैं। इससे हानि और कष्ट की स्थिति बनती है।
रसोई व्यवस्थित रखें और इसकी साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें। रसोईघर के साथ ही एक छोटे स्टोर का निर्माण करवा सकते हैं। यह सम्भव न हो, तो रसोई की अलमारियों को कवर करवा दें। इसके लिए लाल रंग की सनमाइका का उपयोग नहीं करना चाहिए।
रसोई के ठीक सामने बाथरूम का गेट या सीढ़ियां होने पर कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है और घर में आर्थिक नुकसान होता रहता है।
रसोई की छत पर क्रिस्टल पिरामिड लगाएं।
रसोई के नीचे पानी की टंकी न बनाएं। अग्नि के तत्व रसोई के नीचे पानी की टंकी होने पर संतुलन बिगड़ जाता है। इससे दुर्भाग्य और दरिद्रता की संभावना बढ़ जाती है।
रसोईघर के फर्श पर हरे रंग की टाइल्स लगवाएं।
गैस, अग्नि का प्रतीक है और सिंक में लगा नल, फिल्टर, मटका व फ्रिज शीतलता (जल) का। इसलिए गैस के सामने सिंक, फ्रिज या पानी का बर्तन न रखें अन्यथा परिवार को दुखों और कष्टों का सामना करना पड़ सकता है।
यदि रसोई में जगह कम होने के कारण इनका स्थान बदलना सम्भव न हो, तो अग्नि और जल के प्रतीक (गैस व पानी) के बीच कोई क्रिस्टल या क्रिस्टल ट्री लगा दें।
रसोईघर के ऊपर बाथरूम का होना समृद्धि को नष्ट करता है। इससे घर में अशांति और दरिद्रता की स्थिति बनी रहती है।
रसोई में क्रिस्टल पिरामिड लगाएं और बाथरूम में खड़ा नमक रखें। ध्यान रहे कि हर महीने पुराने नमक को फेंककर नया नमक बाथरूम में रखें।
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